ब्रहम्मा पुराण ,स्मरितिकोस्तुभ पुराणमै नव संवत्सर ,गुडी पडवा और प्रतिपदा के सन्दर्भ मिलते हे इनके अनुसार ब्रहम्मा ने इस दिन सृष्टि का आरम्भ किया था इस दिन विष्णु का मत्स्यावतार और सतयुग का आरम्भ हुआ था सृष्टि के आरम्भ का आर्थ ,सृजन का आरम्भ प्रतीक हे हम सर्जन एसा करे जो सुखद मनोहारी और प्रेरक हो
आओ २७ मार्च २००९ को नवरात्रे भी प्रारम्भ हो रहे हेऋतू के संधिकाल मै नई ऊर्जा प्राप्त करे इन दिनों विशेष जप अनुष्ठान कर सहनशील त्यागी और करुना माय बने इन दिनों व्रत उपवास से शरीर निरोग तथा आत्म बलशाली बनता हे
आँखे खुली हो तो व्यक्ति हर ख्यनसे कुछ सीख सकता हे आने वाला समय मूल्यवान हे उसका अदिक से अधिक सदूपयोग करे विष्णु और श्रीराम के समान पुरुषोतम बने आज ही संकल्प लें आछी रह पर चल पड़े
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