भारत वापिस आने पर बहुत से जिज्ञासू परिचितों ने वहा के फ्री सेक्स के विषय में मुझ से कई प्रकार के प्रश्न किए थे ?उसके उतर देने के पहले में यह बताना चाहूँगा की ;भारत भूमि के ऋषि मुनियों {मनोविज्ञान विशेषज्ञों } ने कई वर्षो तक परिक्षण करने के बाद योंन रक्षा के लिए सिधांत बनाए थे
मेरे पिताजी कहते थे "कभी भी दो अविवाहित व्यस्क लड़का एवं लड़की को एकांत में शयन नही करना चाहिए " लेकिन अमेरिका में शीत जलवायु अनुसार पारस्परिक सहज योंन संभंध बना लेने को कोई ग़लत नजरो से नही देखता वहा इस दिशा में प्रयोग एवं परिक्षण हो रहे हे !
एक दिन बोस्टन की ओल्ड बुक शाप में संन १९९०-९४ ke मध्य छपी पुरानी पत्रिकाओं के पन्ने पलट रहा था मेने देखा तब तक प्रिंट मिडिया तथा मोबाईल में क्रांति आ चुकी थी रंगीन योंन् पत्रिकाओं में दहकते नव योवनाओ के नग्न चित्र देख आँखे फटी रह गई !इतना ही नही चित्रों के तले सम्पर्क हेतु उनके नाम पते और मोबाईल नम्बर भी अंकित थे !वे नारद ऋषको हारने चली मेनका रम्भा और उर्वशी को भी मात दे रही थी
अब तक दुश्परिनामो को झेलने वालो में आत्म सयम एवं स्वस्थ रक्षा की सुगबुगाहट होने लगी हे
मासिक पत्रिकाओ एव इंटरनेट पर हवस भड़काते चित्रों ने खरीदार बहुत पैदा कर दिए हे लेकिन वे अब नोचने भी लगे हे !कुछ वर्ष तक यह कारोबारn खूब फला .;करोडो डालर का व्यापार हर साल होता रहा
लेकिन परिवर्तन प्रकृति का नियम हे !जो योंन सम्बन्ध पहले शरीर की जरूरत लगते थे अब अभिशाप लगने लगे हे अभी अभी एक सेक्सी पार्टी का गठन हुआ हे जो सेक्सी कारोबार ;पॉर्न वेबसाइड और यों न उछाराल्खता को बंद करवाना चाहती हे
Wednesday, November 26, 2008
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