Saturday, August 9, 2008

आज का दिन ==

दिनचर्या-मैं प्रतिदिन सूर्योदय से पहले बिस्तर त्याग देता था शोच आदि के बाद वहा की हरयाली और फूलो से लादे बगीचों की सैर करने दूर निकल जाता था। ८ बज तक परिजन जग जाते थे और ९ बजे सभी मिलकर नाश्ता करते, फिर हर कोई अपने-अपने कार्यो में लग जाते थे। पुस्तके पड़ने का शोंक मुझे वहा के पुस्तकालयों और वाचनालयों में खीच कर ले जाता था। दुपहर में पुरा परिवार समोहिक खाना खाता था। थोड़ा सुस्ताने के बाद लैपटॉप से अन्तरिक्ष में उड़ते हुए शब्दों और अक्षरो को सुनाने और पड़ने का इन्टरनेट पर भरपूर आनंद लेता कभी- कभी भारत से लायी रामायण और महाभारत की सीडी और डीवीडी देखते थे महाभारत की कहानी में १ विशेषता है, हर क्षण समस्याए सर उठाती है ,और कुछ समय बाद समय ही उनके संधान निकल देता है। ये कथा हमें जीना सीखती है और मुश्किलों से जूझना बताती है।
आज सान्द्यदैनिक अखबार sandhy prakash पर समाचार पड़ने लगा एक दिन में बीस चोरिया , श्रावण में कावाडियो के रेले मेले ! इसके बाद का समाचार था ' नोक्ranio के नखरे. लिखा था झाडू -पोचा के तीन सो रुपए देने के बाद भी महीने में दस छुटिया करना इनकी आदत हो गई हे ! किया करे मज़बूरी हे ?जबकि यहाँ चोरियां भी नही होती और घर क्र सारे काम ख़ुद करते हे ! पाँच वर्ष की उम्र से सब कोई अपने काम ख़ुद ही करता हे! यह कितनी अच्छी बात हे हमारे यहा की बाई को तो म्युन्सिप्ल के कूदे दान में कचरा फेकने में भी शर्म आती हे !दो सो वर्ष से आजाद देश पूर्ण रूप से विकसित होगया हे !लापरवाही कही नही ! हर आदमी नव निर्माण की सोचता हे न की विध्वंस की !प्रकृति ने भी वन ,खनिज , नदी ,समुद्र ,पर्वत आदि बहुत दिया हे !वास्तुकला ,नाटक ,इलेक्ट्रानिक्स ,नख्यत्र जानकारी और राजनीत में ये लोग पारंगत हो चुके हें !आज hm प्लाकिंग डे मनाने एक बड़े २५ एकड़ में फ़ले फार्म हॉउस में गए !सेब ,आडू ,चेरी के पेड़ लबा लब गदराए हो कर झुक गए थे !एक खेत में टमाटर ही टमाटर कई तो पाव पाव वजन के थे !फार्म में बच्चो के लिए बने चिडिया घर में ,खरगोश ,मोर ,गाय भेद ,बकरी और मुर्गे भी थे !मुर्गे के पिंजरे पर लगे फलक में लिखा था .,'मेरी जाती का जन्म इसवी सदी से पहले हुआ था !शास्त्रों में भी मेरी चर्चा होती रही हे !में एलार्म का लोगो को जगाने का काम भी करता हु !मेरा चिकन मिट भी आपको आछा लगता हे !किंतु मेरा वंश न खत्म हो जाए इतना संरक्ष्ण हमे जरुर दिया जावे ! रास्ते में एक नदी के पुल से पहले हमे रोक दिया ! तब हमे आश्चर्य हुआ लोहे का वह पुल दशहरे के रावण की तरह खडा हो गया और माल वाहक शिप के क्रॉस होने पर पुल फ़िर वापस जुड़ गया !फ़िर उसके उपर से हमारी गाड़ी निकली और रसदार फल खाते खाते घर पहुचे खुश थे !अगले दिन हम एक बेबी शावर पार्टी में शरीक हुए !जेसे गोद भराई ,कंजी की रस्म वैदिक पद्धति में पुंसवन सस्कार तरह गर्भाधान के बाद बेबी शावर का चलन हे!सभी निमंत्रित उस देवी को गिफ्ट और अपनी शुभकामनाए देते हे !बर्थडे की तरह इस पार्टी के लिए भी कई वेराइटी के सजावटी साधन हे !क्रिस्तानो में हलोविन नामक त्यौहार भी बडे उत्साह से मनाते हे !यह नवम्बर के प्रथम सप्ताह हे!लेकिन तेयारिया तो महिना पहले खरीदारी हो जाती हे !इस दिन दीवाली की तरह घरों के साथ इसाई कब्रिस्तानों को भी सजाते हे !छोटे बच्चो को फेंसी या भूत प्रेत वाली ड्रेस पहनने का रिवाज़ हे !मुस्लिमो में शबे रात और हिन्दुओ में श्राद्ध करते हे ,उसी प्रकार इसाई बच्चों में चाकलेट बाँट के अपने पितरो की कब्र पर पुष्प अर्पित कर अपने लिए दुआ मांगते हे !मेने देखा हर फील्ड की गहराई छूने की कोशिश जरुर करते हे अमेरिकन !क्राफ्ट और सजावट में .माइकल क्राफ्ट स्टोर एक ब्रांडेड नाम हे !इसके एक स्टोर में २०---२० फुट की २५ गेलरी हें इसी तर्ज़ पर १० वर्ष के बच्चो के लिए बेबी आर अस !रेडी मेड कपडों का मेसी स्टोर जहा हर ऊची ब्रांड के कपडे मिलेगे ,पूरी इलेक्ट्रानिक रेंज के -बिग बाए -स्टोर सभी ऊपरोक्त विशालता के साथ हर बड़े सिटी में मिलेगे जनरल में वाल मार्ट और होम स्टोर में भवन निर्माण का पूरा तेयार सामान लो ,पलम्बर,मिस्त्री को बुलाओ !बस दस इन में रहने के लिए घर तेयार हो जाता हे जेसे सर्कस में कम होता हे !उपरोक्त स्टोर की पुरे देश में चेन बनी रहती हे !
पुलिस ने आधिकतर थानों में नगर सुधार समितिया बनाई हुई हें !जिनका कार्य अपराधो पर नियन्त्रण रखना साथ ही पुलिस को सहयोग करना जिसे नाम दिया था
the power of neighbor on crime --

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