Thursday, August 14, 2008

वाशिंगटन स्ट्रीट शाम ५ बजे का समय --

यह मेसचुट्स के सरकारी दफ्तरों का इलाका हे ! आफिस छूटने का टाइम सड़कों पर खूब आवक जावक हो रही हे !दिली के कनाटप्लेस जेसा भावः भीना नजारा हे उची ऊची गगन चूमती इमारते कांच के लिबास पहने मनमोहक लग रही हे !अधिकतर संख्या देवी -देवताओ जेसो की हे हाँ कुछ ऐसेभी थे जिनको देख कर कुम्भकर्ण की याद आ जाती थी वेह लंबा चौडा कला थुल ठुल्ला बदन देख कर ! रमनिओं की केश सज्जा देखते बनती थी !२ औरते ऐसे भी दिखी जिनका कद ५फ़ुत भेद बहुल शरीर , वक्ष का उभार सीधे पेट तक चला आया था. होतो पर तेज लाल lipstick, उचे गजदंत छोड़े फैले नथुने ,कानो में सोने की तर के बड़े रिंग्स पहने साक्षात् हिदम्बा और त्रिजटा लग रही थी. इसके पास ही क्विंसी मार्किट हे जिसमे खाने-पीने की पचासों दुकाने हे जिसमे पीजा -नूडल --केक -राईस -टाकोबीफ चिकन सब बिक रहा था !ठंडा देश होने के कारण यहाँ सोमरस वाइनकी की बिक्री आम हे यहाँ अंग्रेजी शराब का हर ब्रांड मिल सकता हे !लेकिन एक गुन की बात यह थी की .पीकर कोई झगडा \करता या बहकताहुआ नजर नही आया ! बोस्टनमस्सचुट्स की राजधानी होने के नाते टूरिस्ट बसे बहुत मात्रामें दिखी स्टार बसों के अतिरिक्त किस्ती टायप बसे भी थी जिनपर लिखा था बोस्टन डाक यात्रा -जल -थल मार्ग से ! यानी ये ऐसी बसे थी जो सड़क पर भी चलती और समुद्र में जाए तो उसमे भी चलती हें यह देख अच्छा लगता हे ! यहाँ होटलों में फ्लैश का बटन दबाना नही पड़ता पानी अपने आप आताहे और बंद भी हो जाता हे ! यहाँ अमेरिका का सब से पहला भूमिगत मेट्रो रेल स्टेशन देखा जो एक पार्क में हे उसका नाम भी पार्क स्ट्रीट हे ! सफाई और अनुशासन की भावना तो इनके चरित्र का अंग बन गई हे -ॐ
अमेरिका की केन्द्रीय के सभी कार्यालय वाशिगटन दी सी [डिस्ट्रिक ऑफ़ कोलम्बिया ]में हे !यह ५० राज्यों की सयुक्त राजधानी हे !यहाँ वास्तुकला का अदभुत दर्शय तीन टांग की लकड़ी की नक्काशी दार टेबल की तरह लगभग तीस मंजिला भवन के ऊपर एक रिवाल्विंग होटल ,वास्तु कला का कमाल था एक बहुत विशाल शेड जिस में बोइंग ७४७ जेसे विशालकाय विमानों को असेम्बल किया [जोड़ा ] जाता हे !इसे संसार का सब से अधिक लम्बा ,चोदा और ऊचा कहा जा सकता हे ! सभी स्टेट की अपनी पहचान के अलग अलग ध्वज हे किंतु संयुक्त राज्य अमेरिका का यूनियन फ्लेग ही हर नागरिक की पहली पसंद हे !इस धवज में तिहाई नेवी ब्लू पर ५० सितारे शेष में लाल सफ़ेद लेने हे !देश में साधन सम्पन्न अनुसन्धान केन्द्र , बड़े बड़े पुल गुफा मार्ग ,देत्याकार भुजाओं जेसे मीलो लम्बे फ्लाई ओवर ,मेट्रो कम्प्यूटरी कृत रेलें ,मंगल और बुध ग्रह पर जाने की तेयारी में रॉकेट ,सॅटॅलाइट यह सब कार्य रोमांचित करते हे !हर रेस्तरा ऑटो मेटिक फ्लैश सिस्टम ,पार्किंग या टोल नाके आटोमेटिक खुलने एवं बंद होने वाले बेरियर ,सिम सिम कहते खुल जाने वाले सभी संस्थानों के प्रवेश दुआर ,सुरक्षा के लिए अद्रश्य कैमरो का जाल और सत्य की आदत [झूठ में आधिक सजा डर ]यह सब करिश्मे तिलिस्मी दुनिया से लगते हे !लेकिन यह यहाँ सब सच हे !

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